ज्ञान की बातें :इसे पढ़ने के बाद आप कभी भी ब्रह्म मुहूर्त में नहीं सोएंगे |

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दोस्तों आपने एक श्लोक बहुत बार पढ़ा होगा जो हमने निचे फोटो में दिया हैं बहुत से लोग इसके अर्थ के बारे में भी जानते हो कि इन लाइनों का क्या अर्थ है लेकिन कभी आपने इन लाइनों के अर्थ के रहस्य को समझने की कोशिश की कि यह जो श्लोक की लाइनें हमें हमारे जीवन का एक बहुत बड़ा रहस्य बताती है जिसका हर एक व्यक्ति को तलाश रहती है  लेकिन वह इस पर कभी भी ध्यान नहीं देते हैं 


तो आइए आज हम आपको इसी श्लोक के माध्यम से आपके जीवन में काम आने वाली कुछ ऐसी ज्ञान की बातें आपको बताएंगे जिससे कि आपके जीवन में एक बहुत बड़ा  रहस्यमई परिवर्तन आ जाएगा और आप अपने जीवन में कोई लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हो चाहे वह लक्ष्य कोई भी हो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हो उसे आप बहुत सहजता से प्राप्त कर लेंगे  चलिए शुरू करते हैं  हम आपको कुछ  हम आपको इन चीजों को अपने डेली रूटीन की चीजों के साथ  रिलेट करके आप को समझाने का प्रयास करेंगे  जिससे कि आप को समझने में आसानी होगी | देखिए हम में से 75% लोगों की यही प्रॉब्लम रहती है कि हम सुबह जल्दी नहीं उठ सकते है तो आपको बता दें कि अगर हमारे भारतीय संस्कृति और वेद पुराण और अन्य धार्मिक शास्त्र की बात माने तो हमारे लिए जल्दी उठना उतना ही आवश्यक है जितना कि हम रोज हमारे शरीर को सजाने संवारने का काम करते हैं रोज भोजन करते हैं और रोज अपने अन्य दिनचर्या के कार्य करते हैं इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण ब्रह्म मुहूर्त किस समय में उठने को हमारे ऋषि-मुनियों ने बताया है 


सुबह उठने का  महत्व जानिए .. 

इस श्लोक में बताया गया है कि जो लोग बीमारियों से मुक्त एक लंबी आयु पाना चाहते हैं ऐसे लोगों को ब्रह्म मुहूर्त के समय अवश्य  उठना चाहिए  सूर्य उदय से ठीक 96 मिनट पहले का समय और चमत्कारिक समय जिसका ठीक से उपयोग करना अगर आप लोगों को आ गया तो कुछ ही समय में आपकी लाइफ में आए परिवर्तन  जिसको देखकर आप दंग रह जाओगे 

और आप अपने किसी भी प्रॉब्लम  को आसानी से ठीक कर लोगे जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा आप किसी भी स्किल्स में इतनी जल्दी मास्टर बन जाओगे इसे देखकर आप खुद भी हैरान रह जाओगे कि ब्रह्म मुहूर्त में किया गया कोई भी काम ठीक उसी तरह से विकसित होता है जैसे कि पानी खाद और सूरज की रौशनी में कोई पौधा | हमें ब्रह्म मुहूर्त के समय उठकर ध्यान मेडिटेशन और वेदों का ज्ञान लेना चाहिए अब आप सोचो कितना कठिन कहा जाने वाला वेदों का अध्ययन को महर्षि मनु ने ब्रह्म मुहूर्त के समय ग्रहण करने को कहा है तो इसके पीछे बहुत बड़ा रीजन रहा होगा और हां सच में इसके पीछे बहुत बड़ा रीजन है बताया गया है  मैं आपको यह बताऊंगा कि इस समय के दौरान ऐसा क्या होता है जो ब्रह्म मुहूर्त के समय को इतना पावरफुल बनाता है


ज्ञान की बातें :आकर्षण का नियम (Law of Attraction)

मतलब आप सोचोगे वैसा यूनिवर्स आपको बदले में देगा thats called Law of Attraction अब आप यह सोच रहे होंगे कि सोचता तो मैं पूरे दिन में बहुत हूं लेकिन इसका ब्रह्म मुहूर्त से क्या कनेक्शन है चलिए इसको एक उदाहरण से समझते है  आपका जो ब्रेन है वह मोबाइल है और दुनिया में जितने भी ब्रेन  हैं जितने भी दिमाग है लोगों के वह सारे के सारे  मोबाइल फोन है  और जो  हमारा यूनिवर्स  है वह एक मोबाइल टावर है और जब हम दिन में जगे हुए होते हैं तो हमारे जो जो दिमाग रूपी जो मोबाइल फोन है वह यूनिवर्स रूपी मोबाइल टावर में है कुछ ना कुछ सिग्नल भेजते रहते हैं सिग्नल से मतलब है थॉट्स यानी कि विचार सोचना यह सब अगर आप उस समय यूनिवर्स में जाने की टावर के पास कोई इंपोर्टेंट सिग्नल कोई महत्वपूर्ण थॉट यूनिवर्स भेजोगे तो तो उस  सिग्नल रूपी थॉट को रियल लाइफ में होने में बहुत टाइम लग जाएगा लेकिन सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त के समय जब लोग सोए हुए होते हैं तब यूनिवर्स का जो फ्रीक्वेंसी लेवल है वह बहुत कम होता है उस समय रियल लाइफ में  कोई भी विचार को प्रैक्टिकल में होने में बहुत ही कम समय लगता है

(Law of Attraction)

आप खुद सोच सकते हैं या फिर आपने कभी जीवन में महसूस किया होगा या फिर आपने अपने जीवन में इसको अच्छे से जाना होगा आपको कहीं भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जब यात्रा करनी होती है यानी कि आपको एक जगह से दूसरी जगह पर जाना होता है तो आप जब सुबह 4:00 बजे यात्रा पर निकलते हो तब जल्दी पहुंच जाते हो अगर यही यात्रा दिन में किसी अन्य समय पर करेंगे तो आप जल्दी नहीं पहुंचेंगे इसका क्या कारण है इसी प्रकार जब हम ब्रह्म मुहूर्त के समय या कोई भी विचार को सोचते हैं तो यूनिवर्स के अंदर थोट का जो ट्रैफिक होता है वह बहुत कम होता है इस कारण हमारी कोई भी थॉट जो हम सोचते हैं वह पूरी हो जाती है इसकी दूसरे शब्दों में इसको समझे कि जो भी हम प्रार्थना करते हैं सुबह के समय में वह जल्दी सुनी जाती है या फिर हम इसको यह कहें कि वह जल्दी हमारी प्रार्थना पूरी हो जाती है इसीलिए तो सभी धर्मों में सुबह जल्दी उठकर प्रार्थना ध्यान साधना करने का नियम है 

हमें देर रात तक जागने की आदत है और सुबह देर से उठने की आदत है ऐसे में हम अपनी इस आदत को कैसे सुधार सकते हैं या फिर खुद को उस समय में उठने के लिए कैसे तैयार कर सकते हैं इसके लिए आपको इंटरनेट पर बहुत सारे सलूशन बहुत सारे अलग अलग तरीके बताए गए हैं लेकिन इसमें क्या होता है कि फिर भी वह सारे जो तरीके इंटरनेट पर हैं वह सारे एक तरफ रह जाते हैं जब हम सुबह उन उपायों को करके भी नहीं उठ पाते   आपको क्या करना है आपको सुबह उठने का हम नहीं कह  रहे हैं आपको सुबह क्यों उठना है यह हम समझाने का प्रयास कर रहे हैं तो इस प्रयोग के अंदर हमने आपको बताया कि उस समय उठकर आप ब्रह्म मुहूर्त का समय है बस उस समय के अंदर उठकर आपने वह कार्य करना है कुछ दिनों के लिए प्रैक्टिकल करने के लिए आपने एक प्रयोग करना है हम आपको बता दें जो ब्रह्म मुहूर्त का जो समय होता है वह सूर्य उदय 96 मिनट पहले का समय सटीक ब्रह्म मुहूर्त का समय  होता है 

तो आपने यह देखना है कि जब भी सूर्य उदय होता है उससे 96 मिनट पहले आपने उठकर उस समय के दौरान वह कार्य करें वह प्रार्थना करनी है वह ध्यान साधना करनी है जिसे  जिसे आप जीवन में प्राप्त करना चाहते हैं  आपने यह प्रैक्टिकल 36 दिनों तक करना है उसके बाद आपको खुद ही  आपका शरीर है वह खुद ही इस प्रकार के नियम में ढल जाएगा कि आपको  ब्रह्म मुहूर्त में उठा देगा क्योंकि अब आपने ब्रह्म मुहूर्त में उठकर उस चीज का प्रैक्टिकल कर लिया है उस लक्ष्य की प्राप्ति में जो जो लक्ष्य की प्राप्ति आपने करनी है उस तक पहुंचने का आपको साधन मिल गया आप  बहुत ही जल्दी अपनी लाइफ में देखेंगे  कि आपकी वह प्रार्थना वह साधना कैसे प्रभु के द्वारा स्वीकार की जाती है तो आप समझ गए होंगे कि सुबह उठने का जो यह समय है कितना जरूरी है | 

ज्ञान की बातें :लौकिक ऊर्जा (Cosmic energy)

यानी कि विश्व शक्ति ज्ञान ध्यान दें कि हिंदू स्क्रिप्टर्स के अनुसार हमारी रातें चार कालो में बंटी होती है मान लो अगर सूरज 6:00PM बजे अस्त होता है तो ऐसी 9:00PM बजे तक रूद्र काल किस समय के दौरान हमें कभी भी सोना नहीं चाहिए 9:00PM से 12:00AM राक्षस काल इस समय के दौरान हमें कभी भी जगे  हुए नहीं रहना चाहिए 12:00AM से 03:00AM गंधर्व काल जब हमारी नींद सबसे ज्यादा गहरी होती है और 3:00AM से 6:00AM मनोहर का इस समय के दौरान हमें हर हालत में बिस्तर छोड़ देना चाहिए कि मनोहर काल के दौरान हमारी यूनिवर्स में कॉस्मिक एनर्जी विश्व शक्ति का संचार सबसे ज्यादा होता है 


उसे शक्ति यानी कि ब्रह्मांडिक ऊर्जा को सुचारू रूप से चलाने का काम किसी कॉस्मिक एनर्जी का होता है जो हम सोते हैं उस दौरान हमारे शरीर में बहुत ही कम मात्रा में कॉस्मिक एनर्जी का प्रवेश होता है ताकि अगले दिन भर के काम के दौरान दिन हम उठकर अपना खुद को फ्रेश फील कर सके और अपने दिन के सारे काम कर सके 

(Cosmic energy)

लेकिन जब हम ध्यान करते हैं तो यह जो ब्रह्मांड से हमारे शरीर में ऐसी ऐसी एनर्जी पैदा होती है जो कि हमें बहुत शक्ति देती है ताकत देती है जिससे हमारी विल पावर स्ट्रांग होती है तो उससे हमें बहुत ज्यादा शक्ति मिलती है अब आप खुद सोचिए कि जो मनोहर काल है इसके दौरान ब्रह्मांड में तो  बहुत ज्यादा शक्ति होती है तो  उस समय के दौरान मेडिटेशन करते हैं ध्यान करते हैं तो आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं कि हमारी बॉडी के अंदर और हमारे अंदर कितने बड़े  स्तर पर परिवर्तन आ सकते हैं जो एनर्जी हम उस समय अपने अंदर लेकर जाएंगे अपने अंदर लेंगे उसके द्वारा हम कुछ भी कर सकते हैं कितने भी बड़े अपने जीवन में लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं अगर आप यह ध्यान की प्रक्रिया रोज करेंगे उसी मनोहर काल के दौरान तो आपको ध्यान के दौरान ऐसी ऐसी अनुभूतियां होंगे ऐसी ऐसी आपको प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस आपके अंदर होंगे ध्यान के दौरान कि आप उसका अंदाजा नहीं लगा सकते हैं

आपके अंदर एक दिव्य शक्तियां उजागर होने लगेगी  उसका असर सीधा आपका जो कौनसे आपका जो माइंड है  जो आपको बुद्धि है आपकी उसके ऊपर पड़ेगा और आपका इंटेलेक्ट inteletual लेवल बढ़ जाएगा आप चीजों को जल्दी से याद कर पाएंगे और और इससे क्या होगा कि आप चीजों को समझने लगेंगे कोई भी कार्य करने में आपको परेशानी नहीं होगी कितनी भी बड़ी समस्या हो आप उसका हल निकाल सकते हैं सिर्फ इसी शक्ति के द्वारा इसीलिए तो जो हमारे साधु ऋषि मुनि जो संत होते हैं इसी ब्रह्म मुहूर्त के दौरान ही वह सबसे ज्यादा ध्यान करते हैं और दूसरों को भी ध्यान करने की साधना करने की सलाह देते हैं 

निष्कर्ष :

दोस्तों तो हमें इस ब्रह्म मुहूर्त का लाभ उठाना चाहिए सुबह जल्दी उठकर ध्यान साधना करनी चाहिए जिससे कि हम अपने जीवन को सफल बना सकें और अपने जीवन में आने वाले कोई भी सांसारिक दुखों से बच सके चाहे वह किसी प्रकार का दुख हो और इसके साथ साथ ही हम ध्यान कि वह प्रक्रिया को जाने का भी प्रयास करें असली ध्यान क्या है और जिस ध्यान को हम ब्रह्म मुहूर्त में करके अपने जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं  

दोस्तों अब बात आती है कि जो हमारे ऋषि मुनि है जो हमें ध्यान करने के लिए कह रहे हैं आपको इंटरनेट पर बहुत सारे ध्यान करने की मेडिटेशन करने की ट्रिक दी जाती है कि आप ऐसे ध्यान कीजिए आप अपनी आंखों को बंद कर लीजिए आप शांत होकर बैठ जाइए आप किसी के बारे में सोचने लग जाए उस पर ध्यान लगाइए ऐसी बहुत सारी टेंपरेरी ध्यान करने की पद्धतियां या उपाय इंटरनेट पर उपलब्ध है पर ऐसा कौन सा उपाय है ध्यान करने का ऐसा कौन सा तरीका है जो एक ही है जो जब से सृष्टि का निर्माण हुआ तब से वह चलता रहा है अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया और आप उस ध्यान की प्रक्रिया को जानना चाहते हैं तो कृपया नीचे कमेंट करें हम आपको वह जरूर बताएंगे जिससे कि आप उस ध्यान करने की जो असली प्रक्रिया है उसको जान सके तो ताकि हम भविष्य में आपके लिए ऐसे ज्ञान की बातें और लिख सके जिससे किआपके ज्ञान में बढ़ोतरी हो धन्यवाद

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