ज्ञान की बातें : क्या आप भी मृत्यु के बारे में ऐसा सोचते है

आशा करते हैं आप सभी अच्छे होंगे समय में आप अपने परिवार के साथ हंसी-खुशी अपना समय व्यतीत कर रहे होंगे देखिए दोस्तों कोई भी व्यक्ति जो इस संसार में आता है वह हमेशा कुछ ना कुछ अपने जीवन में अच्छा करने का प्रयास करता है और कुछ ना कुछ बाकी लोगों से अलग करने का प्रयास करता है जिससे कि वह अपना जीवन श्रेष्ठ बना सके और दूसरों के सामने अच्छी मिसाल कायम कर सके लेकिन जिंदगी में वह क्या श्रेष्ठ करें जिंदगी में वह क्या अच्छा करें इसी खोज में उसका पूरा जीवन निकल जाता है अगर आप समझ रहे हैं कि मैं समाज में कुछ अच्छा करना कुछ धन कमाना या अमीर व्यक्ति बन जाना कह रहा हूं तो यह बिल्कुल ही गलत है देखिए अच्छा बनना या श्रेष्ठ वरना उसे कहा जाता है जब आप दूसरों के आदर्श बन जाओ जब लोग आपको अपने आदर्श समझने लग जाए यानी कि जब आपको फॉलो करना लग जाए 


ज्ञान की बातें :बचपन की परिकल्पना 

क्योंकि हर व्यक्ति जो कि अपने जीवन में कुछ भी नया करना चाहता हूं कुछ अच्छा करना चाहता हूं कि इससे इसके लिए सबसे पहले अपना एक आदर्श व्यक्ति को चुनता है या फिर कुछ ऐसा कार्य देखता है जिसको करके दूसरे व्यक्ति अच्छे बने हो और जिससे कि वह भी करके अच्छा बन जाए दोस्तों आज हम आपको वह अच्छा काम करने की बात कर रहे हैं जो कि आज तक आपको किसी ने बताया नहीं होगा जी हां हम आपको ना तो पैसा कमा कर या कठिन मेहनत करके अमीर होने की बात कर रहे हैं हम कोई आपको कुछ बिजनेस करने का या ऐसा कोई तरीका नहीं बताने का लेकिन जो हम आज आपको बताने जा रहे हैं वह ऐसा  ऐसा कार्य है जिसे करके आप जिंदगी में जो भी अच्छा काम करना चाहते हैं कुछ भी करना चाहते हैं उसके बाद आपको सभी लोग फॉलो करेंगे आपको भी लोग आदर्श समझने लगेंगे तो आइए जानते हैं मैं किस अच्छे कार्य की बात  कर रहा हूं   पूरा पढ़े 

ज्ञान की बातें :बचपन की परिकल्पना 

शुरुआत करते हैं हम एक कहानी से दोस्तों एक बार एक व्यक्ति था जो जिंदगी में जब से उसे कुछ करने की समझ लेगी या यूं कहें कि वह अपने बचपन से जवानी की ओर गया मैच्योर हुआ या उसे पता लगा कि अब मुझे कमाने के लिए कुछ कार्य करना पड़ेगा अपना जीवन चलाने के लिए कुछ करना पड़ेगा उसके लिए वह दूसरे लोगों को देखने लगा कि बाकी लोग क्या कर रहे हैं बाकी लोग जिंदगी जो से जीवन मिला है उसे काटने के लिए अपने जीवन को चलाने के लिए क्या करें जब उसने अपने आसपास लोगों की गतिविधियों को देखा अपने परिवार के लोगों को देखा अपने मित्रों को देखा या फिर यूं कहें कि पूरे समाज का जो हाल चाल देख उसने यह पाया कि जो भी व्यक्ति है हुकम आने के लिए कुछ ना कुछ कर रहा है और साथ के साथ ही जब भी वह कुछ कमा लेता है अपने परिवार का भरण पोषण कर लेता है या कि अपना अपना जीवन चलाने लग जाता है उसके बाद उसके जीवन में कुछ ऐसा होता है उसके बाद उसके जीवन में कुछ ऐसा घटता है एक दम से कि वह व्यक्ति का नामोनिशान इस दुनिया से मिट जाता है हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा ले लेता है जी हां हम मृत्यु की बात कर रहे हैं

ज्ञान की बातें : समाज को समझने की जरूरत  

 उस व्यक्ति ने देखा कि जब हम कितना कमाते हैं खाते हैं पूरे दिन मेहनत करते पूरी जिंदगी अपने शरीर को तोड़ते हैं कठिन मेहनत करते हैं ताकि अपने जीवन में कुछ अच्छा कर सके और अपने जीवन को चला सके उसके बाद उनको मृत्यु की तरफ बढ़ना पड़ता है तुम मृत्यु की तरफ बढ़ना पड़ता है तब उसने सोचा कुछ करने के बाद एक दिन मृत्यु ही है जब मरना ही है  तो कुछ ऐसा कार्य करो कुछ ऐसा अच्छा कार्य करो जिससे कि मेरा मरना भी सफल हो जाए और मुझे जिंदगी में इतनी भागदौड़ करने के बाद भी मैं मेरी मृत्यु को सफल कर पाऊंगा दोस्तों  वह व्यक्ति अपनी मौत को यानी कि अपनी मृत्यु को जीतने के लिए निकल पड़ता है कि मैं अपनी मौत को कैसे जीत सकता हूं और कैसे मैं अपने जिंदगी को सफल बना सकता इससे सोच में इसी की खोज में वह अपने जीवन में बहुत सारे पड़ाव को पार करता जाता है वह इस मृत्यु को पार करने के लिए या फिर मृत्यु को कैसे पार करें इससे जीतने के लिए  बहुत सारे लोगों के पास जाता है बहुत सारे मोटिवेशनल टीचर्स होते हैं उनके पास जाता है बहुत सारे बड़े पंडित होते हैं गुरु होते हैं यानी कि जो समाज में हमें कुछ अच्छा करने का संदेश देते हैं उन सभी के पास जाता है पर कहीं से भी उसको इस बात का सलूशन नहीं मिल पाता है की उससे अपनी मृत्यु को कैसे जीतना या फिर अपनी मृत्यु को कैसे अच्छा करना जिससे कि उसे मरने के बाद पछताना ना पड़े | 

धार्मिक ज्ञान की बातें :आखरी पड़ाव 

एक बार की बात है समुन्द्र के पास एक व्यक्ति बैठा है जो कि अपने हाथ में पानी का लोटा ले रखा है और पानी के लोटे को पानी से भरता है और पानी को बाहर फेंक देता है तो वह दूसरा व्यक्ति तो यह सारी दृष्टांत को देख लेता है तो तब उस व्यक्ति के पास जाता और कहते हैं कि भाई आप ऐसा क्यों कर रहे हो  तो जो व्यक्ति पानी को बाहर फेंक रहा होता है वह कहता है कि मैं इस समुद्र को इस लोटे में डालना चाहता हूं

मैं इस समुद्र का सारा  पानी लोटे में डालना चाहता हूं तो आप मुझे बताइए कि क्या यह संभव है तो व्यक्ति कहता है कि यह संभव नहीं है तो एकदम से उसको एकदम से उसको यह ख्याल आता है कि यही काम तो मैं कर रहा हूं मैं भी तो मौत रूपी रहस्य समझना चाहता हू मात्र मेरे छोटे से लोटे रूपी जीवन से मैं भी तो एक छोटे से मेरे जीवन को मौत के समुद्र रूपी रहस्य कुछ समझना चाहता तो यह तो संभव नहीं है इसको समझने के लिए तो तुम्हें जीवन में ऐसे गुरु की आवश्यकता है ऐसे पथ प्रदर्शक की आवश्यकता है जिसने कि खुद रहस्य को समझ लिया हो जिसने कि खुद रहस्य को जान लिया  तो तब उस व्यक्ति को समझ आया कि मुझे भी जीवन में कुछ रहस्य को पाने के लिए गुरु की आवश्यकता है तब उसने भी अपने जीवन में गुरु की खोज की जिसने कि उसे उस रहस्य को अपने जीवन में जना दिया अपने जीवन को सफल किया | 

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One thought on “ज्ञान की बातें : क्या आप भी मृत्यु के बारे में ऐसा सोचते है

  • April 14, 2020 at 5:55 AM
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    Words of wisdom ! great article ! very unique information you provides to user thanks for sharing this . Keep posting….

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