CORONAVIRUS :भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में बचाव के ठोस प्रमाण
इसके साथ ही इस महामारी से बचने के लिए आयुर्वेद और भारतीय संस्कृति की क्या भूमिका है इस पर भी चर्चा करेंगे।
CORONAVIRUS के आयुर्वेदिक उपचार के प्रमाण :-
इस तरह की महामारी से बचने में isolation/sociale distance(पृथक्करण) और दूसरा immune system enhancement (रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना) का सिद्धांत सबसे कारगर साबित होता है दिखाई देता है और यह प्रमाणित भी हो चुका है।जनपदोध्वंस यानी इस तरह की किसी भी महामारी से बचने के लिए ये दोनों ही शिद्धान्त प्राचीन भारतीय आयुर्वेद और भारतीय संस्कृति में सैकड़ों वर्ष पहले ही इन दोनों सूत्रों का प्रतिपादन कर दिया था
आचार्य चरक ने चिकित्सा स्थान के पहले अध्याय में कुटीप्रावेषिक का विधान किया है,अर्थात कुटिया में निवास करते हुए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली औषधि रसायन जैसे च्यवनप्राश,गो अर्क,गिलोय इत्यादि का सेवन करने का और स्वच्छ हल्का एवं सात्विक भोजन करते हुए सात्विक जीवन शैली से रहने को कहा है।
आज के समय में इसका यही अर्थ है कि अपने घर में ही निवास करें योग व प्राणायाम करते हुए इन नियमों का पालन करें जो कि आइसोलेशन और रोग प्रतिरोधक बढ़ाने का बहुत ही अच्छा तरीका है जिससे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमण की संभावना बिल्कुल भी नहीं होती और संक्रमित रोगी किसी दूसरे को संक्रमित नही करेगा साथ ही शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता है।
इस संबंध में सुश्रुत कहते हैं कि किसी भी औपसर्गिक व्याधि यानी किसी भी इनफेक्शियस डिजीज में स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित रोगी से दूर रहने को कहा है जो कि आइसोलेशन और बचाव का बहुत अच्छा तरीका है।
आचार्य चरक और वाग्भट्ट दोनों ने जनपदोध्वंस यानी इस तरह की की किसी भी महामारी के समय संक्रमित स्थान या देश से दूर चले जाने का निर्देश किया है और यह भी आइसोलेशन का बहुत ही अच्छा तरीका है।
ये शिद्धान्त एड्स से लेकर कोरोना तक कि महामारी से बचने का वैज्ञानिक तरीका है।
इसके पालन से सभी के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी या बढ़ेगी और यदि किसी को संक्रमण हो भी गया तो आगे संक्रमण नही बढ़ेगा।
CORONAVIRUS के भारतीय संस्कृति में बचाव के प्रमाण :-
अब अगर भारतीय संस्कृति की बात की जाए तो इस समय नवरात्रि पर्व का आना भी एक वरदान स्वरूप है।आप सभी जानते है इसमें ब्रत यज्ञ,पूजा,मन्त्रों का जाप,ध्यान साधना एवं नियम संयम का पालन करने का विधान है,इसका पालन करने से आर्थिक लाभ होने के साथ साथ शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है,कैसे आइए बताते हैं?
आर्थिक लाभ में यदि हम भोजन सीमित करेंगे तो पैसे की बचत होगी खाद्य सामग्री की भी बचत होगी
शैरीरिक लाभ- पानी फल सलाद के अधिक सेवन से सम्पूर्ण का डिटॉक्सिफिकेशन यानी कोई भी बैक्टीरिया या वायरस शरीर से बाहर निकल जाते है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मानसिक लाभ में अनिद्रा डिप्रेशन जैसी बीमारियां दूर होती है।मनोबल बढ़ता है जिससे इस तरह की महामारी की परिस्थितियों से का सामना करने व उससे निकलने का सामर्थ्य बढ़ता है।
भारतीय संस्कृति :-
आध्यात्मिक लाभ की बात की जय तो अगर आप विचार करें कि कहीं ना कहीं हमने अपनी सुखसुविधाओं और विकाश रूपी स्वार्थ की पूर्ति के लिए इस प्रकृति का विनाश ही किया है और शायद उसी प्रकृति का यह रोष हमें सजा के रूप में मिल रहा है यदि हम इनका पालन करते हैं तो प्रकृति के रोष को शांत किया जा सकता है जो कि इस महामारी के रूप में मानव को नष्ट करने पर सजा के रूप में मिल रहा है। आयुर्वेद के सिद्धांत और भरतीय संस्कृति का पालन करते हुए हम इस महामारी से तो बच सकते हैं। आप लोगों ने सुना होगा कि एक माह के महाकुंभ में लोग कल्पवास करते हैं उसमें भी इन्हीं दिद्धान्तों का पालन करते हुए सात्विक आहार विहार का ध्यान रखते हैं इसका भी उद्देश्य भी बहुत सारी बीमारियों से मुक्त होने का था।
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पर एक और बहुत ही अच्छी बात है हमारे फायदे के लिए कि अगर हम आज समाज में या यूँ कहे तो पूरे वर्ल्ड में ज्यादातर लोग सन्तर्पन जन्य व्याधि यानी हाई कैलोरी डाइट लाइफस्टाइल बीमारी जैसे मोटापा शुगर थायराइड बी पी इत्यादि रोगों से ग्रसित है अगर इन सिद्धान्तों व नियमों का पालन तो इन जटिल रोगों से भी छुटकारा मिल सकता है इसलिए आप सभी से मेरी विनती है कि इसको ध्यान से सुने,समझें और इसका अगर पालन किये तो आप अवश्य ही इस महामारी से निकलने के साथ-साथ और भी अनेक तरह के शारीरिक मानसिक व आध्यात्मिक रोगों से बचाव रहेगा।
CORONAVIRUS से सम्बंधित अफवाहों से बचाव :-
इन दिनों एक सोशल मिडिया पर ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें एक व्यक्ति कहता है कि मुझे मेरे मित्र ने चीन से information दी है जोकि चाइना में ही रहता है उसने बताया है कि चाइना के डॉक्टरों ने CORONAVIRUS इलाज ढूंढ लिया है जिसमें चार चीजें बताता है और इसी वजह से वहां की सरकार ने LOCKDWON उठा लिया है वह 4 चीजें है जो उसने बताई वह है एक तो गर्म पानी पीना गरारे करना घर में आने से पहले स्नान करना और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी लेना लेकिन सच्चाई यह हैं की चारों चीजें जब हवा में या किसी के कोंटेक्ट में आने से वायरस शरीर के अंदर चला जाएगा उसके लिए है लेकिन अगर वायरस का इन्फेक्शन किसी को हो गया है तो कोई जरूरी नहीं है तो इससे बच जाएगा या ठीक हो जाए
इसलिए इसके इलाज के लिए दो ही कंसेप्ट सबसे कारगर आइसोलेशन और दूसरा इम्यून सिस्टम को बढ़ाना |आइसोलेशन को मेंटेन करने के लिए भारत सरकार ने LOCKDWON का पालन करने का आग्रह किया है इसलिए इसका पालन जरूर करें और अभी तक किसी ने इस बात का जिक्र नहीं किया कि च्वनप्राश मुख्य औषधि है जिसमे आंवला मुख्य घटक हैं जो विटामिन सी से भरपूर है इसके अलावा गिलोय और तुलसी इन चीजों का सेवन करें इससे क्या होगा कि पहला एक सुरक्षा कवच बन जाएगा और वायरस शरीर में प्रवेश नहीं करेगा तो कोई चांस नहीं होगा कि हमें उसका संक्रमण हो |
इसलिए ऐसी अफवाहों से बचे !क्योंकि यह एक साजिश भी हो सकती है और सरकार एवम प्रशासन का सहयोग दे !
Nice Information
TQDEAR