CAA के विरोध की आड़ में ओवैसी की देश विरोधी दोगली राजनीति ।।।।


              
दोस्तों आज हम बात करना चाहेंगे भारत के उन दो मुंहे सांपो के बारे में जो एक तरफ खुद को देश के नागरिक बताते हैं और दूसरी तरफ भारत में देश विरोधी नारे लगाने वालों का समर्थन ही नहीं करते बल्कि अपनी सभा में बुलाकर देश को बदनाम करने की कोशिश करते हैं जी हां मैं बात करना चाहूंगा आऊसुदीन ओवैसी की जी बिल्कुल उन्हीं के पार्टी के नेता वारिस पठान जो एक तरफ तो यह कहते हैं कि हम 15 करोड़ों करोड़ों पर भारी हैं और उस समय उसी दिन ओवैसी उस सभा में उपस्थित थे यदि भारत के नागरिक और खुद को देशभक्त कहलाते हैं

ओवैसी की देश विरोधी दोगली राजनीति

तो उन्होंने वारिस पठान को रोका क्यों नहीं। औऱ कल की ही बात उन्होंने अपनी रैली में एक लड़की को बुलाकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए क्या यह किस हद तक सही है इस पर हमें विचार करना होगा यदि ऐसे लोग खुद को भारत के नागरिक और देशभक्त कहलाते हैं क्षमा कीजिएगा कि हम उन क्रांतिकारियों का अपमान ही नहीं कर रहे क्रांतिकारियों के मुंह पर कहीं ना कहीं एक पुत्र हैं और मैं बात करना चाहूंगा खासतौर पर सोए हुए हिंदुओं की जो फ्री के लालच में अपनी भारत मां को बेच देते है। और मैं कहना चाहूंगा कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे इस सभा में ही नहीं लगे इससे पहले हम सब जानते हैं दिल्ली के शहीन बाग में जो आजकल मिनी पाकिस्तान कहा जाने लगा है वहां पर भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए और इससे पहले CAA के विरोध में जामिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे और जिन्ना जैसी आजादी के नारो को बढ़ावा दिया गया हमारा मकसद यही कहने का है यह विश्लेषण यही किया जाता है कि आखिर यह भारत में अशांति फैलाने का कारण कौन है
 वास्तव में हम सब जानते हैं कि भारत की तरक्की से शुरू से ही हमारे कुछ पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और कुछ अरब के मुल्क इस बात को बड़े लहजे से लेकर चलते हैं कि भारत की तरक्की को हम नहीं होने देंगे। और ओवैसी के दादा भारत में रहना पसंद नही करते थे जो उस समय के निजाम थे उसी ने सरदार वल्लभभाई पटेल  के सामने कुछ शर्तें रखी थी की अगर वह भारत में हैदराबाद को शामिल करना चाहते हैं तो।ओवैसी जैसे ही लोग देश में ऐसा माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं कि लोग राजनीति की आड़ में देश को नापसंद करें और आज आप ही बताइए ऐसे लोग इस देश में रहेंगे और हम जैसे कुछ सोए हुए मुर्ख हिंदू क्षमा कीजिएगा मुझे यह बाद फिर से दोहरा नहीं पड़ पड़ रही है कि कुछ सोए हुए मूर्ख हिंदुओं के द्वारा फ्री के लालच में अपने देश को अपने देश को ही नहीं बल्कि अपने जमीर को बेच देते हैं  मैं तो यही कहना चाहूंगा कि  यदि हम शुरू से ही इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे तो क्षमा कीजिएगा एक दिन हम फिर से गुलाम होकर रह जाएंगे कल हम अंग्रेजों के गुलाम थे आज हम अपनी निजी मानसिकता के गुलाम हैं और यही कारण है कि हमारी निजी मानसिकता की गुलामी का कुछ लोग राजनीतिक फायदा उठाकर देश को तोड़ने की बात करते हैं मैं अंत में बस यही कहूंगा यह देश यह समाज लोगों से बनता है यदि लोग अपनी सोच को अपने तक ही सीमित रखेंगे तो यह राजनीतिक कुछ स्वार्थी लोग हम सब को लूटते रहेंगे और हम लूटते रहेंगे और हम इस देश को बर्बाद कर देंगे देंगे देंगे 
दोस्तो आज हमें इन देश विरोधी ताकतों के सामने संघटित होना पड़ेगा और आज नही हुए तो कभी नही हो पायेंगे । धन्यवाद 
अगर हमारे लिखे विचारो से सहमत है तो इसे आगे शेयर करे ताकि आप भी इस राष्ट्रवादी लहर का हिस्सा बन सके।धन्यवाद।।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *